ज़हर पीते रहे गीत गाते रहे

  • Post author:
  • Post category:Uncategorized
  • Post comments:0 Comments

फैज़ अहमद फैज़ की सृजनात्मक प्रतिभा सर्वविदित है। फैज़ अहमद फैज़ ने प्रगतशीलता को आधार बनाकर कला को एक ऐसी ऊँची प्रदान की जिसकी छाया में दुनिया सदा सुकून महसूस करेगी। उनकी रचनात्मक जद्दोजहद का आधार है। किसी स्थिति या परिस्थिति में आलोचनात्मक तरीके से हस्तछेप करना।

Leave a Reply